रविवार, 19 फ़रवरी 2012

खुद पर खुद ही ख़ुफ़िया निगाह रखिये ….


अपनी बेगुनाही का हरपल गवाह रखिये
खुद पर खुद ही ख़ुफ़िया निगाह रखिये
.
दस्तूरन ‘सच’ जब शक के दायरे में हो
हो सके तो ‘झूठ’ को गुमराह रखिये
.
बचना चाहो जो बेवजह के ‘सलाहों’ से
औरों को लिए आप भी सलाह रखिये
.
‘मौत’ की खबर आम हो इससे पहले ही
सुगबुगा कर जिंदगी की अफवाह रखिये
.
माना कि किसी को परवाह नहीं आपकी
अपनों के लिए आप तो परवाह रखिये
.
तैनात हैं हर राह पर पत्थरों की ठोकरें
इनके पैनेपन की हरपल थाह रखिये
.
देखिये उन्होंने ‘गुलाम’ की चाल चली है
इसके ऊपर आप अपना ‘बादशाह’ रखिये

28 टिप्‍पणियां:

देवेन्द्र पाण्डेय ने कहा…

मतला, मक्ता दोनो लाज़वाब। सुंदर गज़ल।

अपनी बेगुनाही का हरपल गवाह रखिये
खुद पर खुद ही ख़ुफ़िया निगाह रखिये

...वाह!

विभूति" ने कहा…

बेहतरीन अभिवयक्ति.....

पी.सी.गोदियाल "परचेत" ने कहा…

नेक सलाहें देती बेहतरीन रचना !

प्रवीण पाण्डेय ने कहा…

वाह, सब अनुकरण करने वाली सीखें...

संगीता स्वरुप ( गीत ) ने कहा…

‘मौत’ की खबर आम हो इससे पहले ही

सुगबुगा कर जिंदगी की अफवाह रखिये

.


माना कि किसी को परवाह नहीं आपकी

अपनों के लिए आप तो परवाह रखिये

नेक सलाह देती अच्छी गजल

M VERMA ने कहा…

देवेन्द्र पाण्डेय has left a new comment on your post "खुद पर खुद ही ख़ुफ़िया निगाह रखिये ….":

मतला, मक्ता दोनो लाज़वाब। सुंदर गज़ल।

अपनी बेगुनाही का हरपल गवाह रखिये
खुद पर खुद ही ख़ुफ़िया निगाह रखिये

...वाह!

vandana gupta ने कहा…

देखिये उन्होंने ‘गुलाम’ की चाल चली है

इसके ऊपर आप अपना ‘बादशाह’ रखिये

गज़ब की भावाव्यक्ति है ………………बेहद उम्दा

Sunil Kumar ने कहा…

बहुत खुबसूरत ग़ज़ल दाद तो कुबूल करनी ही होगी ......

M VERMA ने कहा…

वन्दना has left a new comment on your post "खुद पर खुद ही ख़ुफ़िया निगाह रखिये ….":

देखिये उन्होंने ‘गुलाम’ की चाल चली है

इसके ऊपर आप अपना ‘बादशाह’ रखिये

गज़ब की भावाव्यक्ति है ………………बेहद उम्दा

हरकीरत ' हीर' ने कहा…

आप गुलाम हैं या बादशाह हमें नहीं मालूम वर्मा साहब .....
पर ग़ज़ल बादशाह है .....:))

दस्तूरन ‘सच’ जब शक के दायरे में हो

हो सके तो ‘झूठ’ को गुमराह रखिये

.ये नसीहत बड़े काम की है .....:))

vidya ने कहा…

वाह सर वाह!!!!

‘मौत’ की खबर आम हो इससे पहले ही
सुगबुगा कर जिंदगी की अफवाह रखिये

एक से बढ़ कर एक शेर...
दाद कबूल करें..
सादर.

रश्मि प्रभा... ने कहा…

‘मौत’ की खबर आम हो इससे पहले ही

सुगबुगा कर जिंदगी की अफवाह रखिये

...waah

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

वाह!!!!!बर्मा जी बहुत अच्छी प्रस्तुति, सुंदर बेह्त्रीन गजल,....

MY NEW POST ...सम्बोधन...

डॉ टी एस दराल ने कहा…

माना कि किसी को परवाह नहीं आपकी

अपनों के लिए आप तो परवाह रखिये

बहुत खूब । बढ़िया लिखा है ।

महेन्‍द्र वर्मा ने कहा…

तैनात हैं हर राह पर पत्थरों की ठोकरें
इनके पैनेपन की हरपल थाह रखिये

बेहद खूबसूरत शेरों से सजी बढि़या ग़ज़ल।

Kailash Sharma ने कहा…

दस्तूरन ‘सच’ जब शक के दायरे में हो

हो सके तो ‘झूठ’ को गुमराह रखिये

....बहुत खूब! बहुत सटीक सलाह...

kshama ने कहा…

अपनी बेगुनाही का हरपल गवाह रखिये

खुद पर खुद ही ख़ुफ़िया निगाह रखिये

.

दस्तूरन ‘सच’ जब शक के दायरे में हो

हो सके तो ‘झूठ’ को गुमराह रखिये
Kya baat hai!

मनोज कुमार ने कहा…

औरों को लिए आप भी सलाह रखिये
अद्भुत! बहुत शानदार ग़ज़ल जो दिल के साथ साथ दिमाग में भी जगह बनाती है।

Amrita Tanmay ने कहा…

कमाल है सामने तो दिख जाता है खुद को ही देख नहीं पाते..कमाल लिखा है..

virendra sharma ने कहा…

अपनी बेगुनाही का हरपल गवाह रखिये

खुद पर खुद ही ख़ुफ़िया निगाह रखिये
सुन्दरम मनोहरं .एक से बढ़के एक अश आर .

निवेदिता श्रीवास्तव ने कहा…

देखिये उन्होंने ‘गुलाम’ की चाल चली है

इसके ऊपर आप अपना ‘बादशाह’ रखिये
.......बेहतरीन !

दिगम्बर नासवा ने कहा…

मौत’ की खबर आम हो इससे पहले ही
सुगबुगा कर जिंदगी की अफवाह रखिये ...

बहुत खूब ... नए अंदाज़ के शेर हैं सभी ... सामाजिक सरोकार लिए ... लाजवाब बयानी करते हुवे ... बहुत बधाई ...

.

S.M.HABIB (Sanjay Mishra 'Habib') ने कहा…

बहुत खुबसूरत ग़ज़ल... वाह!
सादर बधाई...

लोकेन्द्र सिंह ने कहा…

वर्मा जी मजा आ गया।

धीरेन्द्र सिंह भदौरिया ने कहा…

बहुत बढ़िया,...वर्मा जी
बेहतरीन नेक राय देती अच्छी प्रस्तुति,.....

MY NEW POST...आज के नेता...

Asha Joglekar ने कहा…

‘मौत’ की खबर आम हो इससे पहले ही

सुगबुगा कर जिंदगी की अफवाह रखिये ।

बेहतरीन ।

SushantShankar ने कहा…

माना कि किसी को परवाह नहीं आपकी

अपनों के लिए आप तो परवाह रखिये,,,


बहुत ही बढ़िया बात कही मामाजी ,पूरी गज़ल प्रेरणा दायक है |

SushantShankar ने कहा…

माना कि किसी को परवाह नहीं आपकी

अपनों के लिए आप तो परवाह रखिये,,,


बहुत ही बढ़िया बात कही मामाजी ,पूरी गज़ल प्रेरणा दायक है |