मुझे अच्छी लगती हैं वे लड़कियाँ
जो झीरी-भर रोशनी को
क़िस्मत का वरदान मानने से इंकार कर
देती हैं—
जो अँधेरे की औक़ात
पहले ही कदम पर तय कर देती हैं।
जिन्हें
उम्रभर
बंद खिड़कियाँ मिलीं,
हवा सिर्फ़ कहानियों में—
फिर भी जिनके सीने में
एक दरवाज़ा लगातार लात मारता रहा।
मुझे
वे लड़कियाँ अच्छी लगती हैं
जो संस्कारों की जंग खाई ज़ंजीरें
उँगली में पकड़कर तोड़ देती हैं,
जिन्हें चुप करवाने वाली हर आवाज़
उनकी हँसी में दम तोड़ देती है।
और
सबसे ज़्यादा—
वो लड़कियाँ
जो चेतावनी पढ़कर भी
सिगरेट सुलगा लेती हैं;
क्योंकि वे तंबाकू नहीं जलातीं—
वे हर ‘मत’, हर ‘चुप’,
हर ‘लड़की होकर?’ को
धुएँ में बदलकर उड़ा देती हैं।
वे
कश नहीं लेतीं—
वे विद्रोह फूँकती हैं।
वे धुआँ नहीं उड़ातीं—
वे अपनी आज़ादी का
पहला झंडा आसमान में गाड़ देती हैं।
वैधानिक चेतावनी : सिगरेट पीना
हानिकारक है

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