संस्कारित-सभ्यों के बीच आदमखोर कबीले क्यूं हैं ?
मिट्टी सने हाथों नेमिट्टी से बनायाकुछ इस तरह मैनेअपना आकार पाया!!!सुंदर रचना..दीवाली मंगलमय हो!!!
बेहतरीन शब्द चित्र...सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँखुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!सादर-समीर लाल 'समीर'
अच्छे शब्द चित्र !! पल पल सुनहरे फूल खिले , कभी न हो कांटों का सामना !जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे , दीपावली पर हमारी यही शुभकामना !!
"आओ मिल कर फूल खिलाएं, रंग सजाएं आँगन में दीवाली के पावन में , एक दीप जलाएं आंगन में " ......दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ |
स्वर्ग न सही धरा को धरा तो बनाये..दीप इतने जलाएं की अँधेरा कही न टिक पाए..इस दिवाली इन परिन्दों के लिए पटाके न चलायें....
बहुत ख़ूब कहाजी.........वाह !आपको और आपके परिवार को दीपोत्सव कीहार्दिक बधाइयां
मिट्टी सने हाथों नेमिट्टी से बनायाकुछ इस तरह मैनेअपना आकार पाया!!!बहुत ही सुंदर कविता. धन्यवाददीपावली पर्व की ढेरों मंगलकामनाएँ!
शरारती हवाओं नेलौ को नचा दियाहथेलियों की ओट नेमरने से बचा दिया ~ * ~BEHTREEN ABHIVYAKTI.DIWALI KI HARDIK SHUBHKAMNAYEIN
यह दिया है ज्ञान का, जलता रहेगा।युग सदा विज्ञान का, चलता रहेगा।।रोशनी से इस धरा को जगमगाएँ!दीप-उत्सव पर बहुत शुभ-कामनाएँ!!
दीप की स्वर्णिम आभा आपके भाग्य की और कर्म की द्विआभा.....युग की सफ़लता की त्रिवेणी आपके जीवन से आरम्भ होमंगल कामना के साथ
तीन छोटी छोटी कविताएँ भाव से भरपूर । आपको दिवाली की हार्दिक बधाई ।
इतने साधारण शब्दों में इतना कुछ कैसे भर देते हैं, कविवर...बधाई हो..
last one to unparallel hai ......diwali ki mangal kaamnaye
सभी चित्र सुंदर हैं सभी में सकारात्मकता है आपके जज़्बातों नेहमें इस कदर बांधाबार-बार आकर यहांजीवन को संवारने की आस ढ़ूँढ़ते रहते हैं ।
बहुत ख़ूबसूरत रचना लिखा है आपने! शुभ दीपावली!
excellent..
बहुत सुंदर और उत्तम भाव लिए हुए.... खूबसूरत रचना......
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17 comments:
मिट्टी सने हाथों ने
मिट्टी से बनाया
कुछ इस तरह मैने
अपना आकार पाया!!!
सुंदर रचना..
दीवाली मंगलमय हो!!!
बेहतरीन शब्द चित्र...
सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ
खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..
दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!
सादर
-समीर लाल 'समीर'
अच्छे शब्द चित्र !!
पल पल सुनहरे फूल खिले , कभी न हो कांटों का सामना !
जिंदगी आपकी खुशियों से भरी रहे , दीपावली पर हमारी यही शुभकामना !!
"आओ मिल कर फूल खिलाएं, रंग सजाएं आँगन में
दीवाली के पावन में , एक दीप जलाएं आंगन में "
......दीवाली की हार्दिक शुभकामनाएँ |
स्वर्ग न सही धरा को धरा तो बनाये..
दीप इतने जलाएं की अँधेरा कही न टिक पाए..
इस दिवाली इन परिन्दों के लिए पटाके न चलायें....
बहुत ख़ूब कहाजी.........
वाह !
आपको और आपके परिवार को दीपोत्सव की
हार्दिक बधाइयां
मिट्टी सने हाथों ने
मिट्टी से बनाया
कुछ इस तरह मैने
अपना आकार पाया!!!
बहुत ही सुंदर कविता. धन्यवाद
दीपावली पर्व की ढेरों मंगलकामनाएँ!
शरारती हवाओं ने
लौ को नचा दिया
हथेलियों की ओट ने
मरने से बचा दिया ~ * ~
BEHTREEN ABHIVYAKTI.
DIWALI KI HARDIK SHUBHKAMNAYEIN
यह दिया है ज्ञान का, जलता रहेगा।
युग सदा विज्ञान का, चलता रहेगा।।
रोशनी से इस धरा को जगमगाएँ!
दीप-उत्सव पर बहुत शुभ-कामनाएँ!!
दीप की स्वर्णिम आभा
आपके भाग्य की और कर्म
की द्विआभा.....
युग की सफ़लता की
त्रिवेणी
आपके जीवन से आरम्भ हो
मंगल कामना के साथ
तीन छोटी छोटी कविताएँ भाव से भरपूर । आपको दिवाली की हार्दिक बधाई ।
इतने साधारण शब्दों में इतना कुछ कैसे भर देते हैं, कविवर...बधाई हो..
last one to unparallel hai ......diwali ki mangal kaamnaye
सभी चित्र सुंदर हैं
सभी में सकारात्मकता है
आपके जज़्बातों ने
हमें इस कदर बांधा
बार-बार आकर यहां
जीवन को संवारने की
आस ढ़ूँढ़ते रहते हैं ।
बहुत ख़ूबसूरत रचना लिखा है आपने! शुभ दीपावली!
excellent..
बहुत सुंदर और उत्तम भाव लिए हुए.... खूबसूरत रचना......
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