शुक्रवार, 1 जनवरी 2010

नए साल पर कुछ नया करना है ~~

क्या खोया क्या पाया

बड़ी तल्लीनता से

हर रिश्ता निभाया

पुराना वर्ष गया और

नया वर्ष आया.

 

नव वर्ष पर

कुछ नया करने को ठानी

सुबह उठते ही बड़े प्यार से

पत्नी को बोला 'रानी'

छूटती ही बोली -

दिमाग तो ठीक है

क्या है तुम्हें परेशानी!

आठ बज गये है

चाय दिया न पानी

बड़े आये कहने वाले 'रानी'

लगता है खोये हुए हो

किसी और के खयालों में

इस तरह तो नहीं बोले

इतने सालो में!

 

मैनें किसी तरह पिण्ड छुड़ाया

घर से निकलकर सड़क पर आया

रास्ते में एक भिखारी नज़र आया

कुछ नया करने का मैने राह पाया

मैं बोला Happy New Year

कहाँ जा रहे हो Dear

क्या तुम्हें पता नहीं

जीवन एक सौगात है

भीख माँगना बुरी बात है.

वह बोला -

भीख माँगना भी छोड़ देंगे

अपने जीवन की धारा भी

आप कहते हैं तो मोड़ देंगे

पर इतना बता दीजिए

अपने बीबी-बच्चों को

आपके घर कब छोड़ दूँ

आपको बड़े भिखारी

नज़र नहीं आते हैं.

आप जैसे समाज सेवक

हमीं से क्यूँ टकराते हैं?

 

मैं कन्नी काटकर आगे बढ़ा

घबराकर फ़ुटपाथ पर चढ़ा

मैने सोचा

छोटे-मोटे बाधाओं से

क्या डरना है

नए साल पर कुछ तो

नया करना है.

 

मैं समझ गया था

किसी और को बदलने से अच्छा है

खुद में ही परिवर्तन लाये

फिर मन में विचार जगा

क्यों न पुराने रिश्तों को

नए ढंग से निभाया जाए;

रोतों को चलो हँसाया जाए;

किसी भटके को राह दिखाया जाए;

कुछ खोकर भी कुछ पाया जाए;

चलो इस तरह

नया साल मनाया जाए.

 

Happy New Year 1010

21 टिप्‍पणियां:

रश्मि प्रभा... ने कहा…

नए साल की कामना पूरी हो

मनोज कुमार ने कहा…

आपको नव वर्ष 2010 की हार्दिक शुभकामनाएं।

राज भाटिय़ा ने कहा…

आप को ओर आप के परिवार को नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाए

विनोद कुमार पांडेय ने कहा…

कोई दूसरा नही समझ पाया आपके नये साल मनाने की स्टाइल तो क्या फ़र्क पड़ता है आप तो कामयाब रहे ..बढ़िया रचना ..नववर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ!!

Udan Tashtari ने कहा…

बहुत सही!!


वर्ष २०१० मे हर माह एक नया हिंदी चिट्ठा किसी नए व्यक्ति से भी शुरू करवाने का संकल्प लें और हिंदी चिट्ठों की संख्या बढ़ाने और विविधता प्रदान करने में योगदान करें।

- यही हिंदी चिट्ठाजगत और हिन्दी की सच्ची सेवा है।-

नववर्ष की बहुत बधाई एवं अनेक शुभकामनाएँ!

समीर लाल
उड़न तश्तरी

संगीता पुरी ने कहा…

आपकी कामना अवश्‍य पूरी होगी .. आपके और आपके परिवार के लिए भी नववर्ष मंगलमय हो !!

विजय तिवारी " किसलय " ने कहा…

व्यवहारिक रचना.
नूतनवर्षाभिनंदन
- विजय

अभिषेक आर्जव ने कहा…

कितनी सुन्दर कामना है -क्यों न पुराने रिश्तों को नए ढंग से निभाया जाए;--आशा है की नए वर्ष में यह निश्चित ही पूरी होगी !

वाणी गीत ने कहा…

रोते को हंसाने में तो आप सफल हो ही गए हैं ...पिछले दो तीन दिनों से ब्लॉगजगत की हालत देख कर सचमुच रोना ही आ रहा था ...
नव वर्ष की बहुत शुभकामनायें .....!!

स्वप्न मञ्जूषा ने कहा…

वाह !!
वर्मा जी आपके जज्बात तो सबसे अलग लगे...
आपकी कामना पूरी हो ...

Randhir Singh Suman ने कहा…

आप को ओर आप के परिवार को नववर्ष की बहुत बधाई

पी.सी.गोदियाल "परचेत" ने कहा…

वाह, क्या बात कह दी वर्मा साहब !

सदा ने कहा…

रोतों को चलो हंसाया जाये, बहुत ही सुन्‍दर पंक्तियों के साथ बहुत ही अच्‍छी रचना, नववर्ष की बधाई के साथ शुभकामनायें ।

ताऊ रामपुरिया ने कहा…

नये साल की घणी रामराम.

रामराम.

vandana gupta ने कहा…

rote ko hansaya jaye...........isse shubh kya hoga.

nav varsh mangalmay ho

डॉ टी एस दराल ने कहा…

क्यों न पुराने रिश्तों को नए ढंग से निभाया जाए; रोतों को चलो हँसाया जाए; किसी भटके को राह दिखाया जाए;

उत्तम विचार।
आपको और आपके समस्त परिवार को नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनायें।

Yogesh Verma Swapn ने कहा…

wah verma ji , bahut umda vyangya, antim para waqt ki zaroorat.

अजय कुमार ने कहा…

नये साल में सहज ही रहें । अच्छी रचना ,नव वर्ष मंगलमय हो

Roshani ने कहा…

नए वर्ष की आपको शुभकामनायें....

दिगम्बर नासवा ने कहा…

बहुत खूब वर्मा जी हास्य और व्यंग के साथ नये साल की बहुत बहुत शुभकामनाएँ ........ ६-७ दिनों से बाहर था, नेट तक पहुँच नही थी ........ देरी से आने के लिए क्षमा प्रार्थी हूँ ........

shikha varshney ने कहा…

wah kya khubsurat khyal hai ....aapki kamna poori ho.