अच्छी प्रस्तुति......... .......... विश्व जल दिवस....नंगा नहायेगा क्या...और निचोड़ेगा क्या ?. लड्डू बोलता है ....इंजीनियर के दिल से http://laddoospeaks.blogspot.com/2010/03/blog-post_22.html
कब तक रहोगे हालात के गिरफ्त में उठो, देखो तो सर से ऊपर गया पानी जल दिवस पर ही नहीं .......हर रोज़ इन पंक्तियों कि सार्थकता लगती है......! जल ही जीवन है ...इस उदघोष को समझने में आपकी कविता प्रभावी है....!
कब तक रहोगे हालात के गिरफ्त में
ReplyDeleteउठो, देखो तो सर से ऊपर गया पानी
पानी ज़रुरत भी , मुसीबत भी ।
न हो तो मुश्किल , पानी ही हो तो भी मुश्किल।
जल दिवस पर बढ़िया लगा ये सन्देश।
अच्छी प्रस्तुति.........
ReplyDelete..........
विश्व जल दिवस....नंगा नहायेगा क्या...और निचोड़ेगा क्या ?.
लड्डू बोलता है ....इंजीनियर के दिल से
http://laddoospeaks.blogspot.com/2010/03/blog-post_22.html
जल दिवस पर बढ़िया लगा ये सन्देश।
ReplyDeleteजल दिवस पर बढ़िया सन्देश।
ReplyDeleteगज़ब कर गया पानी ।
ReplyDeleteबहुत सुंदर जी
ReplyDeleteजल का संरक्षण करना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है .... बढ़िया सामयिक प्रेरक आलेख .....
ReplyDeleteबहुत खूब ....मन को छूने वाली रचना
ReplyDeletebahut gazab ka hai pani..sundar prastuti
ReplyDeleteविश्व जल दिवस के मौके पर एक कीमती रचना.
ReplyDeleteविश्व जल दिवस के मौके पे सुंदर रचना .....!!
ReplyDeleteकब तक रहोगे हालात के गिरफ्त में
ReplyDeleteउठो, देखो तो सर से ऊपर गया पानी
जल दिवस पर ही नहीं .......हर रोज़ इन पंक्तियों कि सार्थकता लगती है......! जल ही जीवन है ...इस उदघोष को समझने में आपकी कविता प्रभावी है....!
पानी रे पानी तेरा रंग कैसा ....
ReplyDeleteआज के दिन को याद करती अच्छी रचना ...
बहुत खूब सर
ReplyDeleteरहिमन पानी राखिये बिन पानी सब सून
पानी गए न उबरे मोती मानूस चुन