इससे पहले कि
’शब्द’ शब्दों से मिलकर
बुन दें एक अभेद्य तिलिस्म,
तुम लिखो एक खत
शब्दों के बिना ।
.
तत्पर हैं
संवादों के आखेटक;
बनाने को इनको
विस्फोटक,
खिड़कियाँ खोल झाँक रहा है
हर मकान;
तैनात किए गए है
सुनने को आतुर
अनगिनत कान,
इससे पहले कि
हमारे-तुम्हारे बीच के संवाद
अनुवादित हों
तुम कहो एक ‘शब्द’
शब्दों के बिना ।
.
कुंठित क्यों करना
नैसर्गिक आवेगों को,
प्रवाहित होने दो
पराश्रव्य और पराशब्द
संवेगों को,
इससे पहले कि
शब्द मेरे हों
हताश; निराश
तुम सुनो एक ‘शब्द’
शब्दों के बिना ।
37 comments:
जज़्बात पर जज़्ज्बात की बाते हुई हैं
शब्दों के बिन, प्यार की बाते हुई हैं।
..बहुत सुंदर।
इन अद्भुत गहरे भावों को बाटने का आभार
एक शब्द शब्दों के बिना
बेहतरीन
तुम सुनो एक शब्द शब्द के बिना .... वाह शानदार प्रस्तुति समय मिले कभी तो आयेगा मेरी पोस्ट पर आपका स्वागत है
waah bahut sundar..shabdon ne jadu kar diya....
एक शब्द को सुनना शब्दों के बिना.
बहुत ही बेहतरीन प्रयोग. सुंदर प्रस्तुति के लिये बधाई.
''tum suno ek shabd shabdon ke bina, tum kaho ek shabd shabdon ke bina''...bahut sundar sahabd bhaav. shubhkaamnaayen.
कुंठित क्यों करना
नैसर्गिक आवेगों को,
प्रवाहित होने दो
पराश्रव्य और पराशब्द
संवेगों को,
शब्दों के बिना संवाद ..बहुत खूबसूरत रचना ..
सुनो एक शब्द शब्दों की बिना .... इस पर टिप्पणी के लिए शब्द नहीं हैं
शब्दों के बगैर एक ख़त ...
इसे पढ़ लिया तो फिर कोई मुश्किल नहीं
इससे पहले कि
शब्द मेरे हों
हताश; निराश
तुम सुनो एक ‘शब्द’
शब्दों के बिना ।
Waah!
वाह! बहुत गहराई लिए हुए है यह रचना... अच्छी लगी...
कभी-कभी मौन शब्दों से अधिक मुखर होता है। अच्छी प्रस्तुति।
baut hi sundar kavita hai
बहुत सुन्दर भाव शब्द में पिरोये हैं आपने ! बेहतरीन कविता !
कृपया पधारें ।
http://poetry-kavita.blogspot.com/2011/11/blog-post_06.html
शब्द शब्दों के बिना ... बहुत ही लाजवाब कल्पना है वर्मा जी ... अद्बुध गहरे भाव ...
शब्दों के बिना शब्द ...
भावपूर्ण अभिव्यक्ति !
bahut khoobsurat kavita ! alag tarah ka vimb hai...
बहुत सुन्दर और सशक्त रचना!
तुम लिखो एक खत शब्दों के बिना ।
तुम सुनो एक ‘शब्द’ शब्दों के बिना ।
बहुत खूब , सुंदर रचना ... शुभकामनाएँ
तुम लिखो एक खत शब्दों के बिना ।
तुम सुनो एक ‘शब्द’ शब्दों के बिना ।
बहुत खूब , सुंदर रचना ... शुभकामनाएँ
हमेशा की तरह गहरे भाव लिए रचना ।
अति सुन्दर ।
बेहतरीन रचना के लिए बधाई भाई जी !
अलग अंदाज़ है ...
शब्दों के बिना शब्द वाह । परावाणी से ही विचारों का आदान प्रदान । सुंदर रचना ।
वाह ...बहुत खूब ।
गहन भाव!
बढ़िया भावपूर्ण प्रस्तुति
Gyan Darpan
आपकी पोस्ट आज के चर्चा मंच पर प्रस्तुत की गई है
कृपया पधारें
चर्चा मंच-694:चर्चाकार-दिलबाग विर्क
वाह! जादू भरे शब्द पिरोयें हैं आपने!
shabdon ke bina.......wah......
बहुत सुन्दर भाव...सुंदर प्रस्तुति ...
बहुत सुन्दर रचना!
kaash koi shabd hota
mere paas bhi
to zaroor likh deti yaha
shabdon k bina...
laajawaab...
अद्भुत....
सादर...
तुम लिखो एक खत
शब्दों के बिना ।
.बहुत हि सुनदार रचना !
शुभकामनाएं!
nishabd....bas hun!
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